आज के internet (इंटरनेट) के दौर में हर चीज़ कितनी रफ़्तार से आगे बढ़ रही है। इसके आगे बढ़ने में smart phone (स्मार्टफोन) और computer (कंप्यूटर) का बहुत बड़ा योगदान है। कोई न कोई website का आप रोज़ इस्तेमाल करते हैं, पर क्या आप जानते हैं website (वेबसाइट ) या mobile application आप जो इस्तेमाल करते हैं वह coding (कोडिंग) की वजह से काम करती है? अगर नहीं, तो कोई नहीं हम आपको बताएंगे कि Coding (कोडिंग) क्या है और Coding (कोडिंग) कैसे सीखे।
What is Coding?
computer (कंप्यूटर) एक मशीन हैं जिसे कार्ये करवाने के लिए हमे निर्देश देने होते हैं लेकिन इसे हम नॉर्मल language मे निर्देश नहीं दे सकते इस के लिए computer (कंप्यूटर) की अपनी भाषा होती हैं जिसे machine code (मशीन कोड) कहते हैं, वो computer (कंप्यूटर) को बताता है कि क्या करना है और कैसे करना है। यानि Computer (कंप्यूटर) जो language समझता है उसे Coding (कोडिंग) कहते हैं। machine code (मशीन कोड) एक computer program (कंप्यूटर प्रोग्राम) है, जो bindery(0,1) में लिखा जाता है। अन्य Programming (प्रोग्रामिंग) Languages को Machine Code (मशीन कोड) में translate (ट्रांसलेट) किया जाता है ताकि Computer (कंप्यूटर) उन्हें समझ सके। Machine Code (मशीन कोड) की जगह Machine Code (मशीन कोड) जैसे HTML, CSS, JavaScript, C Language, C++, Java आदि का इस्तेमाल करते हैं, जिसे समझना भी आसान है। विश्व की हर websites (वेबसाइट) और app Coding (कोडिंग) की सहायता से ही काम करते है।
Coding को Programing (प्रोग्रामिंग) के रूप में भी जाना जाता है। Computer (कंप्यूटर) पर हम जो कुछ भी करते हैं वो सारा work इसी के जरिए किया जाता है। Coding के जरिए ही कंप्यूटर को बताया जाता है कि उसे क्या करना है। यानी Computer (कंप्यूटर) को जिस Language (भाषा) को समझता है उसे Coding (कोडिंग) या programming कहा जाता है। अगर आपको Coding (कोडिंग) या programming Language आती है तो आप बड़ी आसानी से Websites या Mobile Application बना सकते हैं। इसके अलावा भी कई सारी चीजें Coding (कोडिंग) या programming Language से की जा सकती हैं, जैसे Artificial intelligence और Robotics (रोबोटिक्स)।
Computer (कंप्यूटर) में हमे Coding (कोडिंग) या Programming (प्रोगरामिंग) नहीं दिखती है, हमे बस सामने की चीज़े दिखाई देती हैं, Coding (कोडिंग) या Programming (प्रोगरामिंग) में Front-End और Back-End (बैक एन्ड) होता है, जिससे हम Computer (कंप्यूटर)और smartphone (स्मार्टफोन) का उपयोग कर पाते हैं। Programming (प्रोगरामिंग) की बहोत सारी Language होती है, कोई Web Development (वेब डेवलपमेंट) के लिए तो कोई Android App Development (एंड्राइड ऐप्प डेवलपमेंट) के लिए use किआ जाता है, जिसको की हर कोई व्यक्ति बिना नॉलेज के नहीं कर सकता है. Programming या Coding करने के लिए आपको इसका अच्छे से नॉलेज होना चाहिए।
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